कब्ज के कारण -:

  1. रशे वाली सब्जी-दाल का सेवन कम करना । 

  2. भोजन करते वक्त ध्यान भोजन को चबाने पर न होकर कहीं और होना ।

  3. ज्यादा उपवास करना । 

  4. भोजन खूब चबा-चबाकर न करना अर्थात्।  जल्दबाजी में भोजन करना ।

  5. सही समय पर भोजन न करना ।

  6. बहुत ज्यादा धूम्रपान करना व शराब पीना ।

  7. शरीर में पानी की मात्रा कम होना । 

  8. अल्पभोजन ग्रहण करना ।

  9. कम रेशायुक्त भोजन का सेवन करना ।  

कब्ज के लक्षण -:

सासों की बदबू , भूख में कमी , सरदर्द , चक्कर आना , जी मिचलाना , चहरे पर दाने , मुँह में छाले  । 

कब्ज का उपचार -:

  1. कब्ज के लिए आपको एक दिन में दो या तीन लीटर पानी पीना चाहिए।  अगर आप एक दिन में दो या तीन लीटर पानी पीना स्टार्ट कर देते हैं,  तो 5 दिन के अंदर आपकी कब्ज की समस्या दूर हो जाएगी  हैं ।
  2. कब्‍ज वालों के लि‍ए चना लाभकारी हैं।  इसे भि‍गो कर खाना श्रेष्‍ठ हैं।  यदि‍ भीगा हुआ चना न पचे तो चने उबालकर नमक अदरक टमाटर प्याज मि‍लाकर खा सकते हैं।  चेने के आटे की रोटी खाने से कब्‍ज दूर होता हैं।  केवल चने के आटे की रोटी अच्‍छी नहीं लगे तो गेहूं और चने मि‍लाकर रोटी बनाकर खाना भी लाभदायक हैं।  इससे कब्‍ज दूर होगा। 
  3. नीम्‍बू का रस गर्म पानी के साथ रात्रि‍ में लेने से दस्‍त खुलकर आता हैं।  नीम्‍बू का रस और शक्‍कर एक गि‍लास पानी में मि‍लाकर रात को पीने से कुछ ही दि‍नों में पुरानी से पुरानी कब्‍ज दूर हो जाती हैं ।
  4. गेहूँ के पौधों (गेहूँ के जवारे) का रस लेने से कब्‍ज नहीं रहता हैं ।
  5.  टमाटर कब्‍जी दूर करने के लि‍ए अचूक दवा का काम करता हैं।  अमाश्‍य आँतों में जमा मल पदार्थ नि‍कालने में और अंगों को चेतनता प्रदान करने में बडी मदद करता हैं।  शरीर के अन्‍दरूनी अवयवों को स्‍फूर्ति‍ देता हैं । 
  6. अमरूद और पपीता ये दोनो फ़ल कब्ज रोगी के लिये अमॄत समान हैं।  ये फ़ल दिन में किसी भी समय खाये जा सकते हैं। इन फ़लों में पर्याप्त रेशा होता है,  और आंतों को शक्ति देते हैं। मल आसानी से विसर्जीत होता हैं ।

आयुर्वेदिक दवा

प्रतिदिन रात में उदरकल्प चूर्ण को कुनकुने पानी के साथ पिएं। इससे कब्ज दूर हेगा, साथ ही पेट में गैस बनने की समस्या से भी निजात मिलेगी। यह चूर्ण आप सुबह शाम 1 -1 चम्मच ले सकते हैं।

सावधानियां  -:  इस चूर्ण का उपयोग 4 – 6 से अधिक सप्ताह के लिए नहीं किया जाता हैं।  गुर्दे की बीमारियो में इसका इस्तमाल नहीं करना चाहिए।  अगर आपको मधुमेह की शिकायत हैं, तो  इसका इस्तमाल नहीं करना चाहिए।  रक्तस्त्राव जैसी समस्या में इसका उपयोग न करें। 

 

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