डायबिटीज की बीमारी में सबसे बड़ी समस्या होती हैं की व्यक्ति क्या खाए?  खाने की अधिकतर चीजों में शुगर होती हैं।  और जब आप खाने की अधिकतर चीजों को नहीं खा पाते हैं, तो आपके स्वभाव में निराशा और चिड़चिड़ापन आने लगता हैं।  दवाइयाँ लेने के बाद भी आपकी शुगर कभी भी बढ़ या कम हो सकती हैं और दवाइयाँ अकेले ही डायबिटीज को काबू में नहीं रख सकती हैं।

यह तो आप जानते ही होंगे की किसी भी डायबिटिक व्यक्ति को (चाहें वो टाइप 1 डायबिटिक हो या टाइप 2 डायबिटिक), अपने भोजन के बीच में लंबा गैप नही करना चाहिए।  बीच- बीच में, यानी हर 2-3 घंटे के अंतराल पर, कुछ हल्का आहार लेते रहना चाहिए।

आज हम यहाँ ऐसी डाइट की बात करेंगे जिसके इस्तेमाल से आप पहले सप्ताह के बाद ही दवाइयाँ लेना छोड़ देंगे। आप देखेंगे की दवाइयाँ छोड़ने पर भी आपकी डायबिटीज नहीं बढ़ेगी।  इस डाइट का प्रयोग करने के बाद अपना अनुभव हमारे साथ जरूर शेयर करें ताकि और भी लोग इस डाइट के फायदे जान सकें।

पहले सप्ताह में आप जिस तरह से अपनी दवाइयाँ ले रहें हैं, उसी तरह लेते रहें। और अपने शुगर की शरीर में मात्रा को चेक करते रहे। डाइट का इस्तेमाल शुरू करने के एक सप्ताह बाद आप दवाई लेना बंद कर सकते हैं।

पहले सप्ताह में क्या आहार लें :-

आप सुबह सबसे पहले एक चम्मच मैथी दाना लें (मैथी को रात में पानी में 8-10 घंटे के लिए भिगो दे)। इसके बाद सुबह के नाश्ते में आप कोई भी चार फल जो आप खाना चाहते हैं, खा सकते हैं।

जैसे -( 1 तरबूज, 1 खरबूज, 2-3 सेब , 2-3 आम etc.. ) आपको फल केवल 12 बजे तक ही खाना हैं।

लंच और डिनर करते समय आप हमेशा अपने लिए दो प्लेट लगाए। पहली प्लेट में सैलेड – जिसमें दो बड़े साइज के खीरे, टमाटर, गाजर ले सकते हैं, जो सब मिला कर कुल 500gm तक हों।  नींबू और नमक भी डाल सकते हैं । दूसरी प्लेट में आप नॉर्मल खाना लें, जैसे की दाल ,चावल, रोटी etc…. । सबसे पहले आप पहली प्लेट को ख़त्म करेंगे और उसके बाद दूसरी प्लेट को ख़त्म करेंगे।

दूसरे सप्ताह में क्या आहार लें :-

दूसरे सप्ताह में आप सुबह सबसे पहले एक चम्मच मैथी दाना और सात बादाम लें (मैथी और बादाम को रात में ही 8-10 घंटे के लिए पानी में भिगो दें)।  इसके बाद सुबह के नाश्ते में आप 50gm  नारियल गरी, चुकंदर मीडियम साइज,  50gm  मूंग दाल स्प्राउट,  50gm  चना स्प्राउट, बड़े साइज का टमाटर, 1 हरी मिर्च और 1 आंवला लें । 

अब आप इन सभी खाद्य पदार्थो को मिक्स कर के खाए। अगर ये ब्रेकफास्ट करने के कुछ समय बाद आप को फिर से भूख लगती हैं, तो आप कुछ हल्का आहार ले सकते हैं।  

लंच और डिनर जेसे की पहले सप्ताह में लिया था। उसी प्रकार लेंगे।

आवश्यक जानकारी :-

कुछ आवश्यक खाद्य पदार्थ जो आप के शरीर को स्वस्थय रखने में मदत करेंगे।  इन खाद्य पदार्थों का सेवन नियमित रूप से करना आवश्यक  हैं।  ये खाद्य पदार्थ आप की शुगर को कंट्रोल करने में बहुत सहायक हैं।

1 ) दही या छाछ- दही या छाछ खाने के साथ जरूर लें। डायबिटीज यानी शुगर के मरीजों के लिए दही एवं छाछ बहुत उपयोगी है।  एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि अच्छी मात्रा में दही खाने से टाइप 2 शुगर का खतरा कम हो जाता है।

2 ) नींबू पानी- एक गिलास नींबू पानी दिन में एक बार जरूर लें।  मधुमेह के मरीज को प्यास अधिक लगती है।  अत: बार-बार प्यास लगने की अवस्था में नींबू निचोड़कर पीने  से प्यास की अधिकता शांत होती है।

3 ) सोया मिल्क- एक गिलास सोया मिल्क दिन में एक बार जरूर लें। (सोया मिल्क घर पर ही बनाये ) अगर आप थोड़े से काम के बाद ही थकावट महसूस करने लगते हैं, तो फिर आपको सोया मिल्क पीना चाहिए।  क्योंकि इसमें प्रोटीन की मात्रा काफी अधिक होती है, और इससे आपका स्टेमिना बढ़ता है।

4 ) गिलोय- सुबह शाम गिलोय के रस का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए।  छोटी उंगली के बराबर गिलोय के तने के टुकड़े का रस लें। अगर आपको गिलोय का पौधा नहीं मिले, तो आप गिलोय घन वटी (आयुर्वेदिक दवाई) की दो-दो टैबलेट सुबह-शाम लें। गिलोय एक ऐसी औषधि है, जो मनुष्य को किसी भी प्रकार के रोगों से लड़ने कि ताकत प्रदान करती है। जिन लोगों को डायबिटीज की बीमारी है, डायबिटीज के मरीजों के लिए यह वरदान है।

करेला  टैबलेट  करेला टैबलेट की दो-दो टैबलेट खाने के बाद सुबह-शाम नियमित रूप से सेवन करना चाहिए।

5 ) रागी का आटा – रागी के आटे में थोड़ा गेहूं का आटा मिला लीजिये, और उसकी रोटी खाए। डायबिटीज़  से प्रभावित लोगों को किसी भी रूप में रागी खाना चाहिए। आप रागी का दलिया खा सकते हैं , रागी के आटे के चीले , इडली । etc … रागी डायबिटीज़ को कंट्रोल करने में बहुत सहायक हैं।

6 ) झंगोरा- झंगोरा कुछ चावल की तरह दिखता हैं और स्वाद में चावल जैसा ही होता हैं। आप इसका उपयोग चावल के स्थान पर करे क्योंकी ये शुगर को कम करता हैं।

उत्तराखण्ड में झंगोरा (Jhangora) नाम से पहचाने जाने वाले इस अनाज का वानस्पतिक नाम इकनिक्लोवा फ्रूमेन्टेंसी (Echinochloa frumentacea) है।  अंग्रेजी में इसे इंडियन बर्नयार्ड मिलेट (Indian Barnyard Millet) या बिलियन डॉलर ग्रास (Billion Dollar grass) के नाम से जाना जाता है।  मराठी में इसे भगर या वरी कहते हैं तो तमिल में कुथिरावाली।  इसके अलाबा बंगाल में इसे श्याम या श्यामा चावल के नाम से जाना जाता है।  गुजराती में इसे मोरियो और सामो कहते है।  हिंदी में इसे मोरधन, समा, वरई, कोदरी, समवत और सामक चावल आदि नामों से जाना जाता है।

हल्का फुल्का आहार :-

हल्का फुल्का आहार :- आपको कभी भी लम्बे समय तक खाली पेट या भूखा नहीं रहना हैं।  इस लिए आप हमेशा कुछ हल्का आहार आपने पास रखें, ताकी भूख लगने पर आपको सोचना ना पड़े की आप क्या खाए।  आप निम्न आहार आपने साथ रख सकते है:

  • भुना हुआ चना
  • स्प्राउट 
  • भुनी हुई मूंगफली दाना
  • पॉपकॉर्न 
  • अखरोट
  • पिस्ता
  • लाई, मखाने
  • बेसन के सेव 
  • बेसन की पपड़ी
  • दालमोठ
  • शुगर फ्री बिस्कुट
  • नमकीन बिस्कुट
  • सत्तू (भूनी हुई चना दाल का आटा )
  • ओट्स

योगासन और एक्सरसाइज

ठंड के मौसम में मधुमेह रोगियों में हृदय रोग और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।  हालाकि नियमित व्यायाम और सावधानी बरत कर रोग पर काबू पाया जा सकता है। इस दौरान शरीर में पैंक्रियाज ग्रंथी शिथिल हो जाती है और इंसुलिन का बनना कम हो जाता है। इन्सुलिन की कमी के कारण रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है और मधुमेह यदि नियंत्रण में न रहे तो किडनी, हार्ट और आँखें प्रभावित कर सकता है। मधुमेह के रोगियों को रोज योगासन और एक्सरसाइज करना चाहिए। आइए देखें: 

सबसे पहले सुबह 15 मिनट तेज दौडे या धूमे, उसके बाद 

10 मिनट अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें, उसके बाद

10 मिनट कपालभाति प्राणायाम करें, उसके बाद

10 मिनट मंडूकासन जरूर करें

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